टीकमगढ़ के माथे पर लग रहा है विकास का तिलक : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि टीकमगढ़ के माथे पर विकास का तिलक लग रहा है। जिले में अब कभी सूखे की समस्या नहीं होगी। देश की पहली नदी जोड़ो परियोजना से टीकमगढ़ ही नहीं बल्कि पूरे बुन्देलखण्ड की तस्वीर और तकदीर बदलेगी। बहुप्रतीक्षित केन-बेतवा लिंक राष्ट्रीय परियोजना से वृहद स्तर पर सिंचाई एवं पेयजल सुविधा मिलेगी। साथ ही बिजली उत्पादन, फसलों की पैदावार एवं पर्यटन क्षेत्र में विकास से नागरिकों का जीवन खुशहाल होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव रविवार को टीकमगढ़ जिले की जतारा तहसील में आयोजित जन-कल्याण पर्व सह किसान सम्मेलन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने टीकमगढ़ जिले के लिये 105 करोड़ 63 लाख रूपए की लागत के 120 विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया। साथ ही कार्यक्रम में उपस्थित किसानों को लड्डू खिलाकर 25 दिसम्बर को खजुराहों में आयोजित होने वाले केन-बेतवा लिंक परियोजना के भूमि-पूजन कार्यक्रम के लिये आमंत्रित किया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश उन्नति के पथ पर अग्रसर है। केन-बेतवा लिंक परियोजना के लिए एक लाख करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की गई है। भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नदी जोड़ने की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 25 दिसम्बर को राष्ट्रीय महत्व की केन-बेतवा लिंक परियोजना का छतरपुर जिले के खजुराहो में भूमिपूजन करेंगे। परियोजना के साकार रूप लेने पर बुन्देलखण्ड हरा-भरा और समृद्धशाली बनेगा और इससे क्षेत्र में होने वाला पलायन भी रूकेगा। मुख्यमंत्री ने आमजनों को वृहद परियोजना के शुभारंभ अवसर पर खजुराहो में आमंत्रित किया और सभी उपस्थितजनों को मुट्ठी बांधकर परियोजना के भूमिपूजन कार्यक्रम में आने का संकल्प दिलाया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम स्थल पर केन-बेतवा लिंक परियोजना का मॉडल और जन-कल्याण एवं विकास पर केन्द्रित प्रदर्शनी और विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का अवलोकन किया। महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली और पुष्प-वर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया। कार्यक्रम में वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार, विधायक जतारा हरिशंकर खटीक, अमित नुना, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती उमिता राहुल सिंह, पूर्व मंत्री राहुल सिंह, जन-प्रतिनिधि, लाड़ली बहनें और बड़ी संख्या में कृषक बंधु उपस्थित रहे।