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छुट्टी में घुमे HIMACHAL PRADESH ………पढ़े पूरी खबर
एक सप्ताह की यात्रा की योजना बनाने के लिए HIMACHAL PRADESH में जाना काफी रोमांचक हो सकता है। यहां आपके लिए एक संभावित योजना है:
दिन 1: आगमन और मंडली शहर का दर्शन
- सुबह: आपके गंतव्य के नजदीकी रेलवे स्टेशन पहुंचें और हिमाचल की राजधानी शिमला को जाएं।
- दोपहर: शिमला के इतिहासिक चारबाग और लकड़ी के बाजार का दौरा करें।
- शाम: इस खूबसूरत शहर के चारों ओर की पहाड़ियों का आनंद लें।
- रात: विभिन्न स्थानीय रेस्त्राओं में शिमला की स्थानीय खासियत का अनुभव करें।
दिन 2: मंडली की खोज
- सुबह: आगले हिस्से में चलने के लिए रोगि बाग और हटू पास करें।
- दोपहर: मंडली के प्रसिद्ध मंडिरों का दौरा करें, जैसे कि पड़ी और शिव मंदिर।
- शाम: मंडली के छोटे-मोटे बाजारों में खरीदारी का मजा लें।
- रात: स्थानीय कला और संस्कृति का आनंद लें, जैसे कि स्थानीय नृत्य और संगीत का कार्यक्रम।
दिन 3: धर्मशाला का सैर
- सुबह: धर्मशाला के लिए यात्रा करें।
- दोपहर: मग्निफिकेंट तिब्बती धर्मशाला क्लोजीबंद समुद्र दर्शन करें।
- शाम: तिब्बती बाजार में घूमें और स्थानीय खाद्य स्वादिष्टता का आनंद लें।
- रात: मैक्लेडगंज के निकट स्थित कोई आदर्श रेस्तरां में रात्रि भोजन का आनंद लें।
दिन 4: धर्मशाला का पर्यटन
- सुबह: भाग्योदय और अद्भुत नेचुक धर्मशाला के दर्शन के लिए निकलें।
- दोपहर: धर्मशाला की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें, जैसे कि त्रिउंद और धर्मकोट।
- शाम: धर्मशाला के शांतिपूर्ण वातावरण में ध्यान और मेडिटेशन का आनंद लें।
- रात: स्थानीय मुख्यालयों में आयोजित नृत्य और संगीत के कार्यक्रम में भाग लें।
दिन 5: पालमपुर की यात्रा
- सुबह: पालमपुर के लिए यात्रा करें।
- दोपहर: पालमपुर के प्रसिद्ध बाग-बागिचों का दौरा करें, जैसे कि अंड्रेट्टा बाग।
- शाम: नगरी और चाय बाजारों की खोज करें।
- रात: स्थानीय रेस्तरां में स्वादिष्ट पहाड़ी भोजन का आनंद लें।
दिन 6: मणाली की यात्रा
- सुबह: मणाली के लिए प्रस्थान करें।
- दोपहर: मणाली की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें, जैसे कि हडिम्बा देवी मंदिर और सोलंग घाटी।
- शाम: मणाली के बाजार में घूमें और स्थानीय खाद्य स्वादिष्टता का आनंद लें।
- रात: मणाली के किसी भी लोकप्रिय बार या नाइटक्लब में जाकर रात की जिंदगी का मजा लें।
दिन 7: प्रस्थान
- सुबह: अपने होटल से चेकआउट करें और अपने घर की ओर प्रस्थान करें।
हिमाचल प्रदेश की इतिहास
हिमाचल प्रदेश की इतिहास बहुत ही रोचक और प्राचीन है। यहां पर हिमाचल प्रदेश की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं की एक संक्षिप्त झलक है:
प्राचीन काल
- हिमाचल प्रदेश का प्राचीन इतिहास बहुत ही प्राचीन है। इस क्षेत्र में प्राचीन सभ्यताओं की खोजी गई है, जैसे कि इंडस सभ्यता और वेदिक सभ्यता।
- इस क्षेत्र में महाभारत काल के ग्रंथों में उल्लेख मिलता है। अनेक पुरातात्विक स्थलों के आधार से माना जाता है कि यहां के विभिन्न भागों में महाभारत काल का संबंध है।
गुप्त साम्राज्य काल
- हिमाचल प्रदेश का इतिहास गुप्त साम्राज्य काल में भी महत्वपूर्ण था। इस काल में यहां कई राज्यों का गठन हुआ, जैसे कि कुलू राज्य, कंकर राज्य, चंबा राज्य आदि।
मध्यकालीन काल
- मध्यकाल में, हिमाचल प्रदेश का क्षेत्र कई राज्यों के अधीन रहा, जैसे कि कांगड़ा, कुलू, चंबा, मंडी आदि।
- यहां के राजा और राजवंशों ने अपनी स्थापित राजधानियों को समृद्ध किया और विभिन्न कला-संस्कृति के क्षेत्र में प्रभावी योगदान दिया।
आधुनिक काल
- हिमाचल प्रदेश का आधुनिक काल 15वीं सदी के आस-पास से शुरू होता है, जब यहां के विभिन्न राज्यों को मुगल साम्राज्य के अधीन किया गया।
- ब्रिटिश शासन काल में, हिमाचल प्रदेश के क्षेत्र में अंग्रेजों का शासन स्थापित हुआ, और इसे 1947 में स्वतंत्रता के बाद भारतीय राज्यों का हिस्सा बनाया गया।
स्वतंत्रता के बाद
- 1948 में हिमाचल प्रदेश को भारत का एक अलग राज्य घोषित किया गया।
- 1971 में हिमाचल प्रदेश को एक अलग राज्य के रूप में स्थापित किया गया, और 18 नवंबर, 1971 को यह एक स्वतंत्र राज्य बन गया।
हिमाचल प्रदेश का इतिहास विविध और रोमांचक है, जो इस क्षेत्र की संस्कृति और विकास की अद्वितीय कहानी को दर्शाता है।
ध्यान दें कि यह सिर्फ एक सुझावित योजना है और आप इसे अपनी आवश्यकताओं और पसंद के अनुसार अनुकूलित कर सकते हैं। यात्रा के लिए अधिक सुझाव प्राप्त करने के लिए स्थानीय पर्यटन आगंतुकों से परामर्श लें।