GDP Data For 3rd Quarter FY23 News: वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही अक्टूबर से दिसंबर के दौरान देश की अर्थव्यवस्था 4.4 फीसदी की दर से बढ़ी है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही में जीडीपी 5.4 फीसदी थी. तीसरी तिमाही के लिए घोषित जीडीपी का आंकड़ा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की तुलना में कम है.
दूसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी, जबकि इसकी तुलना में तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास की रफ्तार धीमी रही है. माना जा रहा है कि कमरतोड़ महंगाई और मांग में कमी की वजह से जीडीपी में यह गिरावट आई है.
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2022-23 में आर्थिक विकास दर 7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. जबकि वित्त वर्ष 2021-22 में जीडीपी 9.1 फीसदी थी
साथ ही मंत्रालय ने जीडीपी के आंकड़े जारी करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2022-23 की तीसरी तिमाही में जीडीपी 40.19 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले साल की समान तिमाही में 38.51 लाख करोड़ रुपये थी. वहीं, 2022-23 में नॉमिनल जीडीपी 272.04 लाख करोड़ रुपए रहने का अनुमान है, जो 2021-22 के 234.71 लाख करोड़ रुपए से 15.9 फीसदी ज्यादा है.
एनएसओ द्वारा जारी आंकड़ों में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2022-23 के तीसरे में कृषि क्षेत्र की विकास दर 3.7 प्रतिशत रही है, जबकि 2021-22 की इसी अवधि में यह 2.3 प्रतिशत थी. मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की ग्रोथ रेट माइनस में चली गई है और यह पिछले साल की समान तिमाही के 1.3 फीसदी के मुकाबले -1.1 फीसदी रही है.
निर्माण क्षेत्र की विकास दर 2021-22 की समान तिमाही में 0.2 प्रतिशत की तुलना में 8.4 प्रतिशत रही है. इसी तरह व्यापार, होटल, परिवहन, संचार और प्रसारण से जुड़ी सेवाओं की विकास दर 9.7 फीसदी रही है, जो 2021-22 की समान तिमाही में 9.2 फीसदी थी.
वित्तीय, रियल एस्टेट और पेशेवर सेवाओं की विकास दर 5.8 फीसदी रही है, जो पिछले साल की दूसरी तिमाही में 4.3 फीसदी थी. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बिजली, गैस और जलापूर्ति तथा अन्य उपयोगी सेवाओं की वृद्धि दर 8.2 प्रतिशत रही है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 6 प्रतिशत थी.