Business News: म्यूचुअल फंड में खुदरा निवेशकों की संपत्ति एक साल में नौ फीसदी बढ़ी
चुअल फंड में खुदरा निवेशकों की संपत्ति का मूल्य इस साल जनवरी तक 9 फीसदी बढ़कर 23 लाख करोड़ रुपये के पार हो गया है। जनवरी, 2022 में यह 21.40 लाख करोड़ रुपये था। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के मुताबिक, संस्थागत निवेशकों की संपत्ति का मूल्य मामूली गिरकर 17.42 लाख करोड़ रुपये रह गया, जो एक साल पहले 17.49 लाख करोड़ रुपये था। सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी में लगातार वृद्धि हो रही है। मूलरूप से खुदरा निवेशक निवेश कर रहे हैं। हर महीने अब इसमें 13,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम आ रही है। जनवरी में यह 13,856 करोड़ था, जो दिसंबर में 13,573 करोड़ रुपये था।
एसआईपी की रकम लगातार चौथे महीने 13 हजार करोड़ पार
यह लगातार चौथा महीना है, जब एसआईपी निवेश 13 हजार करोड़ के पार रहा। म्यूचुअल फंड की कुल संपत्तियां जनवरी अंत तक 40.8 लाख करोड़ रुपये थीं। जनवरी, 2022 में यह 38.89 लाख करोड़ रुपये थी। पूरे उद्योग में खुदरा निवेशकों का हिस्सा 57.3 फीसदी है जो एक साल पहले 55 फीसदी था। संस्थागत निवेशकों का हिस्सा 42.7 फीसदी है।
चीनी उत्पादन का अनुमान घटकर 3.35 करोड़ टन
देश का चीनी उत्पादन 2022-23 के चालू सत्र में 10 लाख टन घटकर 3.35 करोड़ टन रह सकता है। इससे पहले 3.45 करोड़ टन चीनी उत्पादन रहने का अनुमान लगाया गया था। ऑल इंडिया सुगर ट्रेड एसोसिएशन ने सोमवार को कहा, गन्ने की कम पैदावार की वजह से चीनी के उत्पादन में गिरावट की आशंका है। 2021-22 में 3.58 करोड़ टन उत्पादन हुआ था।
एअर इंडिया में अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन बनने की संभावना
एअर इंडिया में महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन बनने की व्यापक संभावनाएं हैं। इसके लिए वित्तपोषण और अन्य जरूरी प्रयास जारी हैं। एअर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने सोमवार को कहा, कंपनी ने 14 फरवरी को 470 विमानों के लिए ऑर्डर देने की घोषणा की। इसमें से 70 बड़े आकार के हैं। उन्होंने बताया, एअर इंडिया के साथ विस्तार के एकीकरण की प्रक्रिया जारी है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से मंजूरी का इंतजार है। एजेंसी
यात्रियों के खराब बर्ताव पर कार्रवाई, शराब नीति बदली
विल्सन ने कहा, हाल के समय में उड़ान के दौरान यात्रियों के खराब बर्ताव की घटनाओं के बाद एयरलाइन ने इस तरह के मामलों में सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने कहा, किसी यात्री के नशे में होने की पहचान के लिए शराब नीति में ऐसी घटनाओं की जानकारी और कार्रवाई को लेकर बदलाव किए गए हैं। लगभग रोज इस तरह के मामले आते हैं।