शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में फ्लडलाइट लगने के बाद साल 2010 में 600 केवी का बिजली कनेक्शन लगाया गया था। इससे साल 2016 में आईपीएल मैच का आयोजन सफल हो पाया था। इस दौरान स्टेडियम का बिजली बिल लगभग तीन करोड़ सोलह लाख रुपये आया था।
राजधानी रायपुर के शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में आज शाम सात बजे भारत- ऑस्ट्रेलिया टी-20 सीरीज का चौथा मैच खेला जाएगा। इस मैच के दौरान ज्यादा क्षमता वाले बिजली कनेक्शन की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए बिजली कनेक्शन भी नया लगाना पड़ेगा। स्टेडियम में अगर लाइट और एसी चलाने हैं तो कम से कम 435 केवी से ज्यादा के बिजली कनेक्शन की जरूरत पड़ेगी।
वर्तमान में 200 केवी क्षमता का ही बिजली कनेक्शन स्टेडियम में है, जो इतने में चलना संभव नहीं है। 200 केवी के बिजली कनेक्शन से केवल मैदान की सिंचाई मोटर, कमरों के लाइट और पंखे ही चल सकते हैं। एक हजार केवी का वैकल्पिक नया कनेक्शन लेने के लिए छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ ने बिजली विभाग के सामने प्रस्ताव रखा है, लेकिन संघ ने मैच जनरेटर के भरोसे कराने का निर्णय लिया है। बिजली से चलने पर लाइट ट्रिप और बित्ती गुल होने का डर रहता है। जनरेटर से फ्लड लाइट निर्बाध रूप से जलती रहेगी। बिजली का कनेक्शन भी जनरेटर से ऑटोमैटिक रूप से जुड़ा रहेगा।
शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में फ्लड लाइट लगने के बाद साल 2010 में 600 केवी का बिजली कनेक्शन लगाया गया था। इससे साल 2016 में आईपीएल मैच का आयोजन सफल हो पाया था। इस दौरान स्टेडियम का बिजली बिल लगभग तीन करोड़ 16 लाख रुपये आया था। बिजली बिल नहीं चुकाने की वजह से बिजली विभाग ने साल 2018 में स्टेडियम का कनेक्शन काट दिया था। स्टेडियम का बिजली कनेक्शन खेल विभाग के नाम पर था, खेल विभाग ने आज तक बिल नहीं चुकाया है, जिसके चलते यहां दोबारा बिजली का कनेक्शन नहीं जोड़ा गया। बिजली कटने के बाद स्टेडियम में मैदान की जिम्मेदारी संभाल रहे सीएससीएस ने साल 2018 में 200 केवी का एक वैकल्पिक बिजली कनेक्शन लिया, जिससे मैदान की देखभाल हो सके। इसका बिल क्रिकेट संघ हर माह चुका रहा है।